डायरेक्ट सेल्लिंग में करोड़ों रुपये कमाना है तो ये गलती भूलकर भी न करना

Updated: 2024-06-01

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आज के इस लेख में मैं आप सभी को डायरेक्ट सेल्लिंग के अंदर सफलता और असफलता का जो रहस्य हैं उसके बारे में बताऊंग।

तो डायरेक्ट सेल्लिंग के अंदर जो सफलता और असफलता का रहस्य है उसको मैं आप सभी को एक कहानी के माध्यम से समझाना चाहूंगा।

एक गांव में एक ऐसा लड़का था जो बहुत ही मेहनती था और उस लड़के को बहुत कुछ करने के बाद यह अनुभव होने लगता है कि गांव में काम करने से मेरा कुछ नहीं हो पाएगा।

इसलिए वह पैसा कमाने के चक्कर में शहर चला जाता है और शहर में जाकर वह अपने लिए काम ढूंढ लेता है।

और फाइनली उसे काम भी मिल जाता है और वह काम करके अपने लिए बहुत ही अच्छा खासा पैसा कमाने लगता है।

जब वह अपनी जरूरत के मुताबिक पैसा कमा लेता है तो उसको यह लगता है कि मुझे अपने घर जाना चाहिए।

वह अपने गांव जाने लगता है तो वहां जाते समय उसको रास्ते में एक ऊंटनी और उसके बच्चे मिल जाते हैं तो वह उस ऊंटनी और उसके बच्चों को लेकर आ जाता है।

तो उसके घर आने के 5 से 6 दिन बाद उस गांव में एक बहुत ही अच्छा है कलाकार आता है और उस कलाकार को एक बहुत ही अच्छा चित्र बनाना था तो वह अपने उस पेंटिंग के लिए ब्रश को बनाने के लिए ऊंटनी के बच्चे का जो पूछ होता है उस पूछ के बाल्को काटता है और उसका इस्तेमाल करके पेंटिंग के लिए ब्रश तैयार करता है। और उसके बाद वह बहुत ही अच्छी अच्छी पेंटिंग बनाने लगता है और कुछ दिनों बाद वह उस गांव से चला जाता है अपने सारे पेंटिंग को लेकर।

यह जो लड़का ऊंटनी को लेकर आया था वो ऊंटनी भी दूध देने लगती है।

उसके बाद यह लड़का उस दूध को बेचकर बहुत ज्यादा पैसा कमाने लगा और उसी पैसे से यह लड़का कुछ और ऊंट खरीद लिया।

और उसके 1 से 2 महीने बाद वह जो चित्रकार था वह लौटकर फिर उसी गांव में आता है और वह चित्रकार इस लड़को बहुत ज्यादा पैसा देता है और पैसे देते हुए बोलता है कि यह पैसा आपका है।

तब यह लड़का चौक जाता है और यह पूछता है कि यह पैसा किस लिए आप मुझे दे रहे हैं?

तब यह चित्रकार यह बोलता है कि यह जो ऊंट का बच्चा है इसी ऊंट के पूंछ के बालों को लेकर मैं पेंटिंग के लिए ब्रश तैयार किया था और उसी ब्रश से मैं बहुत अच्छा अच्छा पेंटिंग बनाने लगा जिससे मुझे बहुत ही अच्छी कमाई हुई है।

इसलिए मैं कुछ पैसा आपको भी दे रहा हूं तभी लड़का बहुत ही खुश होता है।

और यह लड़का जब शहर से आया था तो एक घंटी लेकर आया था उस घंटी को उसके बच्चे के गले में बांध देता है।

जिससे ऊंट का बच्चा जब भी चलता था तो उसको उस घंटी की आवाज सुनाई देती।

जब उसको उस घंटी की आवाज सुनाई देती थी तो उसको यह लगता था कि मैं बहुत ही स्पेशल हूं।

और वह लड़का उसके साथ-साथ और भी ऊंट खरीद लिया था और उन सारे ऊंटो के साथ जब भी चरने जाता था तो उसके गले में जो घंटी थी उसकी आवाज आती थी तो उसको यह लगता था कि मैं बहुत ही स्पेशल हूं।

इसलिए झुंड में नहीं चलता था झुंड से अलग चलता था और ऊंट झुंड में चलते थे।

वह सारे ऊंट मिलकर उस ऊंट के बच्चे को समझाने लगे कि तुम भी झुंड में चला करो।

लेकिन यह मानता ही नहीं था इसको यह लगता था कि मैं बहुत ही स्पेशल हूं इसलिए वह उन सारे ऊंटों से अलग चलता था।

और 1 दिन क्या हुआ की जब यह ऊंट जंगल में चरने गए तो उस जंगल में एक शेर था जो पहले से ही इन सारे ऊंट के झुंड के ऊपर नजर बैठाया था।

तो उसको एक दिन ये लगने लगा कि यही एक ऊंट है जो इस झुंड से हमेशा अलग रहता है और 1 दिन क्या हुआ की वह पूरी तरह से तैयार था और फिर यह देख रहा है कि वह जो ऊंट का बच्चा है वह झुंड में नहीं चल रहा है झुंड से अलग चल रहा है उसी दिन वह शेर उसका शिकार कर लिया।

यह कहानी तो यहीं समाप्त हो गई।

लेकिन मैं आप सभी को इस कहानी के माध्यम से यही समझाना चाह रहा था कि जिसको भी घमंड होता है उसका यही हाल होता है।

इसलिए कभी भी अपने आप पर घमंड नहीं करना चाहिए।

डायरेक्ट सेल्लिंग में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो अपने लिए एक अच्छी कार ले लेते हैं।

एक घर लेते हैं तो बहुत ही घमंड में आ जाते हैं कि मैं तो बहुत ही स्पेशल हूं मैं तो अपलाइन हूं मैं चार पांच लोगों को प्लान नहीं दे सकता।

तो इस तरह से जो लोग भी घमंड करते हैं वह लोग डायरेक्ट सेल्लिंग में कभी भी लंबे समय तक कामयाब नहीं रहते हैं उनका असफल होना निश्चित है।

तो इसीलिए मैं यही कहना चाहूंगा कि जिसको भी अपने आप पर अहंकार हो जाता है उसका व्यापार बर्बाद हो जाता है।

तो अगर आपको डायरेक्ट सेल्लिंग में कामयाब होना है तो आपके अंदर अहंकार नहीं होना चाहिए।

आप अहंकार से बच के रहिए अगर आपको अपने जिंदगी में कामयाब होना है तो अहंकार से बच कर रहिए।

यह बात सच है कि सफलता के साथ कुछ अहंकार भी आता है।

लेकिन उस अहंकार से आपको बच कर रहना है नहीं तो जिस दिन आप अहंकार करने लगेंगे उस दिन आपका भी वही हाल होगा जो ऊंट के बच्चे का हुआ।

क्योंकि उसके गले में वह घंटा था और वह घंटा जब बजता था तो उसको यह लगता था कि मैं बहुत ही स्पेशल हूं।

तो अगर आप बहुत ही स्पेशल हैं नेटवर्क मार्केटिंग में तो आप कभी भी अहंकार मत पालिए अपने अंदर।

आप जितने बड़े लीडर बनिए उतने नीचे के लीडर तक अपना पहुंच बनाए रखिए।

क्योंकि जब आप लोगों की मदद करेंगे तभी जाकर आप डायरेक्ट सेल्लिंग में कामयाबी हासिल कर पाएंगे।

यह सबसे बड़ी चीज है, यही गलती बहुत सारे लोग करते हैं तो यह गलती आपको नहीं करना है अगर आप अपने जिंदगी के किसी भी फील्ड में कामयाब होना चाहते हैं तो आप जितने बड़े बनते चलिए उतने छोटे लोगों की मदद करते चलिए।

आप उन लोगों की मदद के लिए तैयार रहिए जब आप ऐसे करेंगे तो आपका सफल होना 100% तय है।

और डायरेक्ट सेल्लिंग में जितने भी अचीवमेंट आती है वो अचीवमेंट सिर्फ आपके काम करने से नहीं आती है बल्कि आपके साथ साथ आपके टीम काम करती है।

तो इसलिए मैं आप सभी से यही कहना चाहूंगा कि आप अपने टीम के लिए ग्रेटफुल रहिए।

अगर आप इतना भी नहीं कर पाएंगे तो मैं आप सभी से पूरे दावे के साथ कह सकता हूं कि आप डायरेक्ट सेल्लिंग में असफल हो जाएंगे।

और अगर आप सफल हो भी गये तो आप लंबे समय तक सफल नहीं रहेंगे आपका असफल होना तय है।

इसलिए आप इस बात को याद रखिएगा की जिसको भी अपने अंदर अहंकार हो जाता है उसका व्यापार बर्बाद हो जाता है।

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